LIFESTYLES की परिभाषा सभी व्यक्तियों के लिए एक नही हो सकती क्योकि आज के इससमय में व्यक्ति अपनी शर्तो पर अपने जीवन को जीते हैं।
मनुष्यों के अपने बहुत से सपने होते हैं जिसे पूरा करने के लिए वह कड़ी मेहनत करने से भी पीछे नही हटते हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो सिर्फ सपना तो देखते हैं परन्तु उसे पूरा करने के लिए कुछ भी नही करते हैं।
हम अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहते है जिससे हमारे मन में अशांति सी छा जाती हैं। भविष्य को लेकर चिंता करना सौवाभिक है परन्तु उसके साथ मेहनत और लगन से काम करने की भी आवश्यकता हैं और मेहनत सदैव उसी स्थान पर करनी चाहिए जहाँ अपका मन हो। मैने देखा है अक्सर लोग भेड़ चाल में चलते है तथा जिस चीज में रूचि न हो उसको भी करने की सोचते है। जिससे उनके भविष्य पर काफी असर पड़ता हैं।
आज के इस तनाव भरें समय में मनुष्य को अपने मन को शांत रखना एक चुनौती बन गया हैं आज के समय में हम हर छोटी छोटी बातो पर चिंता करने लग जाते हैं जिससे हमारे शरीर व मानसिक विकास पर खास प्रभाव पड़ रहा है। आज के इस समय में चिंता के कारण हमें अपनी निंद्रा से भी समझौता करने को तैयार रहते है जो मनुष्य को कम सोते है उन्हे काफी बिमारी का भी सामना करना पड़ता है निंद्रा का पूरा न होना मन को बैचेन कर करता है जो हमारे स्वास्थ पर भी काफी असर डालता हैं।
आज के इस प्रतियोगिता के दौर में हम अपना ख्याल भी नही रखते ओर दूसरों से आगे बढ़ने की होड़ में हम अपने कार्य में इतना व्यस्त हो जाते है कि अपने खाने - पीने के लिए समय भी नही निकाल पाते हैं आज की जटिल LIFESTYLES व खानपान की बदलती आदतों के कारण स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना एक जरूरी जरूरत बन गई है। दैनिक जीवन में छोटी छोटी बातों में बदलाव लाकर स्वस्थ रह सकते है क्योंकि अपना आप को स्वस्थ रखना हमारे हाथ में होता है।
मनुष्य ने अपनी ज़िन्दगी जितनी आसान बनाने की कोशिश की] उसकी परेशानियां उतनी ही बढ़ गईं। हम जितने अब आलसी हैं उतने पहले कभी नहीं रहे। अब हम टीवी] मोबाइल] वीडियो देखते हुए सोफे] बेड पर कई घंटे बिताने लगे] तथा खाने पीने तक की चीजे हम आॅनलाइन बुक करने लगे जैसे पिज़्ज़ा] बर्गर] कोलिं्ड्रक आदि के सेवन करने लगे] जिससे करण हम बीमारी के काफी नजदीक जा पहुँचे हैं।
आज के इस दूर्लभ समय में जरूरत हैं अपनी LIFESTYLES का बदलने की] तथा समाज के उस भेड़ चाल से बचने की] जो देखा देखी में कुछ और करना चाहते है परन्तु करते कुछ और है।
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